Tasvir Aati Hain Yuhe... तस्वीर आती है युही...
तस्वीर आती है युही...
ये दिन और रात मे युही ,
तस्वीर आती है युही।
किसीसे मिलना लगता सबको हैं तक़दीर के पास।
थोड़ी हिम्मत हो अगर , तो पूरी हो सकती है हर आस।
चाहते हो उसको पाने का अहसास ?
या बस.…
रखना चाहते हो उसको दिमागी तस्वीर मे युही।
ये दिन और रात मे युही ,
तस्वीर आती है युही।
चलते थे हम भी जहा ये नए जोड़े चलते है।
उसीको निभाने हम इन् मुलायम हाथो मे हथोडे सहते हैं।
इन् हथोडे का दर्द हम सहलते युही।
ये दिन और रात मे युही ,
तस्वीर आती है युही।
किसीके कोई युही नहीं करता मज़दूरी।
हम कमजोर नहीं हैं कोई।
ना हम मे आती हैं ऐसे कमजोरी।
ये दिन और रात मे युही ,
तस्वीर आती है युही।
- संकेत अशोक थानवी ॥३०/०३/२०१४ ॥
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